दस मज़ेदार मनोवैज्ञानिक तथ्य
दस मज़ेदार मनोवैज्ञानिक तथ्य
नए पेन से अगर किसी को कुछ लिखने को कहा जाए तो 80% लोग नए पेन से अपना नाम लिखते हैं ।
नए पेन से अगर किसी को कुछ लिखने को कहा जाए तो 80% लोग नए पेन से अपना नाम लिखते हैं ।
यदि कोई व्यक्ति घटिया मजाक पर हंसता है तो वह अकेलेपन से पीड़ित है।
यदि कोई व्यक्ति घटिया मजाक पर हंसता है तो वह अकेलेपन से पीड़ित है।
किसी से मिलने के पहले ६ सेकंड के बाद मानव मस्तिष्क उसके बारे में पहली छाप बना लेता है।
किसी से मिलने के पहले ६ सेकंड के बाद मानव मस्तिष्क उसके बारे में पहली छाप बना लेता है।
अगर आप नकारात्मक विचारों को लिख कर कूड़े की तरह फेंक देंगे तो आपका मूड अच्छा हो जाएगा।
अगर आप नकारात्मक विचारों को लिख कर कूड़े की तरह फेंक देंगे तो आपका मूड अच्छा हो जाएगा।
पौधों से घिरे होने पर मस्तिष्क कुछ ऐसे रसायन छोड़ता है जो मस्तिष्क की सोचने की शक्ति को बढ़ाते हैं।
पौधों से घिरे होने पर मस्तिष्क कुछ ऐसे रसायन छोड़ता है जो मस्तिष्क की सोचने की शक्ति को बढ़ाते हैं।
8 सकारात्मक कथन एक नकारात्मक कथन को निष्क्रिय कर देते हैं।
8 सकारात्मक कथन एक नकारात्मक कथन को निष्क्रिय कर देते हैं।
अगर कोई लड़की आपको पसंद करती है तो वह आपसे बात करते हुए अपने बालों से खेलेगी।
अगर कोई लड़की आपको पसंद करती है तो वह आपसे बात करते हुए अपने बालों से खेलेगी।
आप अपने सपनों में शायद ही कभी मरेंगे, अगर आप अपने सपनों में मरते हैं तो आपने जीवन में कुछ नया शुरू किया है।
आप अपने सपनों में शायद ही कभी मरेंगे, अगर आप अपने सपनों में मरते हैं तो आपने जीवन में कुछ नया शुरू किया है।
सपना आपके और आपके अवचेतन मन के बीच की बातचीत है।
सपना आपके और आपके अवचेतन मन के बीच की बातचीत है।
90% मामलों में जिनकी लिखावट खराब होती है वे सामान्य से अधिक रचनात्मक होते हैं।
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