As a Man Thinketh Summary in Hindi | 7 Life-changing Insights

As a Man Thinketh Book Summary in Hindi
As a Man Thinketh Book Summary in Hindi

Introduction (परिचय)

हेलो दोस्तों, स्वागत है आपका As a Man Thinketh Summary in Hindi में।

दोस्तों पर्सनल डेवलपमेंट पर लिखी गयी बुक्स में शायद ही ऐसी कोई और बुक जो जेम्स एलेन द्वारा लिखित बुक As a man thinketh का मुक़ाबला कर सकती हो। इस बुक को ऑथर ने 1902 में लिखा था और इसकी टीचिंग्स को आज भी दुनिया भर में फॉलो किया जाता है।

इस बुक में ऑथर ने हमें हमारे विचारों की शक्ति के बारे में बताया है और कहा है कि हमारे विचार ही हमारी वास्तविकता को बनाते हैं। अगर हमारे पास यदि हमारे पास सकारात्मक विचार हैं, तो हम एक सकारात्मक वास्तविकता का निर्माण करेंगे और अगर हमारे मन में नकारात्मक विचार हैं, तो हम एक नकारात्मक वास्तविकता का निर्माण करेंगे।

बुक में ऑथर ने हमें बताया है की कैसे हम अपने विचारों को नियंत्रित करके अपने लिए एक सकारात्मक वास्तविकता बना सकते हैं ।
दोस्तों, एज़ ए मैन थिंकेथ में हमारे जीवन को बदलने के शक्ति है। अगर हम इसमें दी गयी बातों को फॉलो करें, तो हम एक ऐसी वास्तविकता का निर्माण कर सकते हैं जो आनंद, शांति और तृप्ति से भरपूर होगी।

तो आइये दोस्तों बिना किसी देरी के शुरू करते हैं As a Man Thinketh Book Summary in Hindi –

Thought and Character (जैसे विचार वैसा चरित्र)

As a Man Thinketh Summary in Hindi
As a Man Thinketh Summary in Hindi

चरित्र पर विचारों का प्रभाव

ऑथर जेम्स एलन कहते हैं की हमारे विचार हमारे करैक्टर को बनाने में बहुत इम्पोर्टेन्ट रोल निभाते हैं। ऐसा इसलिए हैं क्यूंकि हम वैसे ही काम करेंगे जैसे हमारे विचार होंगे और जैसे हम काम करेंगे हम वैसे ही जाने जायेंगे। उद्दाहरण के लिए अगर कोई व्यक्ति हर वक़्त क्रिकेट के बारे में सोचता है तो वह अपने विचारों के अनुरूप ही काम करेगा और उसे क्रिकेट प्रेमी या फिर क्रिकेटर के रूप में जाना जायेगा।

कहने का मतलब ये हुआ की जो विचार हम अंदर रखते हैं वही हमारे चरित्र या करैक्टर का निर्माण करते हैं।

विचार रुपी बीज

ऑथर हमारे विचारों की तुलना बीजों से करते हुए कहते हैं की जिस प्रकार बीज से ये पता चलता है के की प्रकार के पौधे उगेंगे वैसे ही हम जिस प्रकार के विचार रोपेंगे उसी से यह निर्धारित होगा कि हमारा चरित्र किस प्रकार का विकसित होगा।

वह हमें समझाते हुए कहते हैं की जिस तरह एक अच्छा माली अपने पौधों की देखभाल करता है, उसी तरह हमें अपने विचारों की देखभाल करनी चाहिए। हमें अच्छे विचारों को रोपना होगा और बुरे विचारों को दूर करना होगा। ऐसा करने से ही हमारा चरित्र अच्छा बनेगा।

जीवन पर विचारों प्रभाव

ऑथर कहते हैं की हमारे सोचने का तरीका हमारे व्यवहार के तरीके को प्रभावित करता है और ये हमारे विचार ही हैं जो हमें सकारात्मक या नकारात्मक चीज़ें करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर हम सकारात्मक विचार रखते हैं, तो हम सकारात्मक काम करने की अधिक संभावना रखते हैं वहीँ दूसरी ओर अगर हम नकारात्मक विचार रखते हैं, तो हम नकारात्मक तरीके से काम करने की अधिक संभावना रखते हैं।

इतना ही नहीं लेखक जेम्स एलन का यह भी कहना है की हमारे विचार हमारे attitude पर भी असर डालते हैं क्यूंकि हमारा नजरिया या attitude वैसा ही होता है जैसा हम चीज़ों के बारे में सोचते हैं। हमारा attitude हमारे मूड, जीवन के प्रति हमारे दृष्टिकोण और हमारे व्यवहार को प्रभावित कर सकता है। उदाहरण के लिए, अगर हमारा दृष्टिकोण सकारात्मक है, तो हमारे खुश और सफल होने की अधिक संभावना है वहीँ अगर हमारा दृष्टिकोण नकारात्मक है, तो हमारे दुखी और असफल होने की अधिक संभावना है।

हम जिस तरह से सोचते हैं वह या तो हमारी मदद कर सकता है या हमें नुकसान पहुंचा सकता है। अगर हम एक सुखी और सफल जीवन जीना चाहते हैं, तो हमें अपने विचारों के प्रति सचेत रहना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि हम सकारात्मक विचार ही अपने अंदर रखें।

ऑथर जेम्स एलन का कहना है कि हमारे पास अपने विचारों को बदलकर, अपने चरित्र को बदलने की शक्ति है। उनका मानना है कि हम अपने अंदर पॉजिटिव विचारों को विकसित करके अपने जीवन में self-transformation ला सकते हैं।

Effect of Thought on Circumstances (परिस्थितियों पर विचार का प्रभाव)

बाहरी परिस्थितियों पर विचार के प्रभाव

ऑथर जेम्स एलन का ये कथन की हमारे विचार ही हमारी वास्तविकता का निर्माण करते हैं, एक शक्तिशाली कथन है जो बताता है कि हमारे विचार हमारे जीवन के अनुभवों पर सीधा प्रभाव डालते हैं। इसका मतलब यह है कि जिस तरह से हम अपने बारे में, अपने आस-पास की दुनिया और अपने भविष्य के बारे में सोचते हैं वही हमारी वास्तविकता को बनाता है।

उदाहरण के लिए, अगर हम अपने बारे में नेगेटिव विचार रखते हैं, जैसे कि “मैं बहुत अच्छा नहीं हूं” या “मैं कभी सफल नहीं होऊंगा”, तो हमें अपने जीवन में नेगेटिव परिणामों का अनुभव होने की अधिक संभावना है। यह विचार हमें जोखिम लेने या फिर नई चीज़ें आज़माने से खुद को रोकेगा। ऐसे विचारों की वजह से हम चुनौतियों का सामना करने पर आसानी से हार मान जायेंगे।

दूसरी ओर, अगर हम अपने बारे में पॉजिटिव चीज़ें सोचते हैं, जैसे कि “मैं सक्षम और योग्य हूं” या “मैं जो कुछ भी ठान लेता हूं उसे हासिल कर सकता हूं,” तो हमें अपने जीवन में पॉजिटिव परिणामों का अनुभव होने की अधिक संभावना है। हममें ये काबिलियत होगी की हम जोखिम ले सकें, नई चीज़ें आज़मा सकें और खुद को परेशानियों से बाहर निकाल सकें। चुनौतियों का सामना भी हम मज़बूती से कर पाएंगे।

ऑथर समझाते हुए कहते हैं की ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे विचार हमारे व्यवहार के तरीके को प्रभावित करते हैं। जब हम नेगेटिव विचार सोचते हैं, तो हमारे नेगेटिव तरीके से व्यवहार करने की संभावना अधिक होती है। हमारे दूसरों से पीछे हटने, जोखिम लेने से बचने और आसानी से हार मानने की अधिक संभावना हो सकती है। जब हम सकारात्मक विचार सोचते हैं, तो हम सकारात्मक तरीके से व्यवहार करने की अधिक संभावना रखते हैं। हमें दूसरों तक पहुंचने, जोखिम लेने और चुनौतियों का सामना करने में दृढ़ रहने की अधिक संभावना हो सकती है।

As a Man Thinketh Summary in Hindi
As a Man Thinketh Summary in Hindi

लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन

ऑथर हमें लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन के बारे में बताते हुए कहते हैं की इस नियम के अनुसार हम जैसा सोचते हैं वैसा ही पाते हैं। जब हम पॉजिटिव विचारों और भावनाओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो हम अपनी ऊर्जा को सकारात्मक परिणामों को आकर्षित करने में लगते हैं। दूसरी ओर, जब हम नेगेटिव विचारों और भावनाओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो हम अपनी ऊर्जा को नकारात्मक परिणामों को आकर्षित करने में लगते हैं।

As a Man Thinketh के ऑथर, जेम्स एलन का मानना है कि आकर्षण का नियम एक शक्तिशाली शक्ति है जो हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और एक खुशहाल जीवन जीने में मदद कर सकता है। उनका कहना है कि सकारात्मक विचारों और भावनाओं पर ध्यान केंद्रित करके, हम अपने जीवन में सकारात्मक लोगों, अवसरों और अनुभवों को आकर्षित कर सकते हैं।

बेशक, सकारात्मक विचार सोचना हमेशा आसान नहीं होता है, खासकर जब हम चुनौतियों या असफलताओं का सामना करते हैं। लेकिन एलन का मानना है कि दृढ़ रहना और अपना ध्यान सकारात्मक पर केंद्रित रखना महत्वपूर्ण है। उनका कहना है कि यदि हम ऐसा कर सकते हैं, तो हम अपने लक्ष्य को अवश्य प्राप्त कर लेंगे और वैसा जीवन बना सकेंगे जैसा हम चाहते हैं।

“So You will be what you will to be; Let failures find its false content In that Poor word, ‘environemnt,’ But spirit scorns it, and is free.”

“Be not impatient in delays But wait as one who understands; When spirit rises and commands The gods are ready to obey.”

James Allen in As a Man Thinketh

Effects of Thoughts on Health & Body (स्वास्थ्य और शरीर पर विचारों का प्रभाव)

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As a Man Thinketh Summary in Hindi

जैसा की टाइटल से स्पष्ट है, इस चैप्टर का मेन मैसेज यही है की हमारे विचार हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर भी काफी गहरा असर डालते हैं। नेगटिव विचारों से तनाव और चिंता जैसी चीज़ें को जन्म मिलता है, तनाव और चिंता हमारे इम्यून सिस्टम को कमज़ोर बनाकर हमारे जीवन में बिमारियों के लिए रास्ता खोल देते हैं। वहीँ दूसरी ओर पॉजिटिव विचार हमारे जीवन में शांति लाते हैं जिससे हमारा इम्यून सिस्टम अच्छे ढंग से काम करता है और बीमारियां भी दूर रहती हैं। ऑथर कहते हैं की हमारे मन और शरीर के बीच बहुत ही गहरा संबंध है, इसलिए ये कहा जा सकता है की पॉजिटिव mindset एक अच्छे और स्वस्थ जीवन को जन्म देता है।

As a Man Thinketh Hindi Audiobook

ऑथर हमें ये भी बताते हैं की पॉजिटिव थॉट्स हमें बीमारी से उबरने और लंबा, स्वस्थ जीवन जीने में मदद कर सकते हैं और नेगेटिव थॉट्स हमारे जीवन पर विपरीत प्रभाव डाल सकते हैं।
पॉजिटिव विचारों को विकसित करके, हम आत्म-उपचार और दीर्घायु को बढ़ावा देने के लिए मन की शक्ति का उपयोग कर सकते हैं।

उद्दाहरण के लिए अगर किसी को कोई पुरानी बीमारी है, तो पॉजिटिव विचारों से वो बीमारी की चुनौतियों से निपट सकते और एक पॉजिटिव mindset बनाये रख सकते हैं जिससे healing प्रोसेस को बढ़ावा मिलेगा। वहीँ दूसरी ओर नेगेटिव विचार तनाव, चिंता और अवसाद का कारण बन सकते हैं, जो धूम्रपान, शराब पीना और अधिक खाना जैसे unhealthy बिहेवियर को जन्मे देते हैं, जिसका हमारे स्वास्थ्य पर नेगेटिव असर पड़ता है। नकारात्मक विचार हमारी आयु को भी छोटा कर सकते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि नकारात्मक मानसिकता वाले लोगों की समय से पहले मृत्यु होने की संभावना अधिक होती है।

इसलिए, यदि आप अपने स्वास्थ्य और दीर्घायु में सुधार करना चाहते हैं, तो सकारात्मक विचारों को विकसित करना महत्वपूर्ण है। यह माइंडफुलनेस, कृतज्ञता और विज़ुअलाइज़ेशन का अभ्यास करके किया जा सकता है। जितना हो सके खुद को सकारात्मक लोगों के साथ रखने की कोशिश करें और नकारात्मक विचारों और लोगों से बच कर रहे।

Thought & Purpose (सफलता और उद्देश्यपूर्ण विचार)

ऑथर जेम्स एलन इस चैप्टर में हमें बताते हैं की हमें ऐसे विचार रखने चाहिए जो हमारे जीवन के उद्देश्य से मेल खाएँ। वह कहते हैं की हमारे विचार केवल random चीज़ें नहीं हैं जो हमारे दिमाग में आते हैं। वे हमारे लक्ष्यों और सपनों से जुड़े हुए होते हैं और जब हम अपने विचारों को अपने जीवन के उद्देश्य के साथ जोड़ते हैं, तो इस बात की ज़्यादा सम्भावना होती है की हम अपने गोल्स को पा लेंगे।

एलन का कहना है कि गोल्स को पाने के लिए हमें अपनी सोच को focussed रखना चाहिए। जब हम अपने विचारों को अपने गोल्स पर केंद्रित करते हैं, तो हम उसको ध्यान में रखकर ही काम भी करेंगे। वह यह भी कहते हैं कि विचार ही उपलब्धि की नींव हैं। हर उपलब्धि, चाहे बड़ी हो या छोटी, एक विचार से शुरू होती है।

As a Man Thinketh Summary in Hindi
As a Man Thinketh Summary in Hindi

एलन का मानना है कि हम अपने विचारों पर नियंत्रण रखकर अपनी सफलता की कहानी खुद बना सकते हैं। उनका कहना है कि हमें अपने विचार पैटर्न का आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और अपने परिणामों पर उनके प्रभाव को समझना चाहिए। फिर, हम सचेत रूप से अपने विचारों को अपने जीवन के उद्देश्य के अनुरूप आकार दे सकते हैं।

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The Thought-Factor in Achievement (हर उपलब्धि की नींव – विचार)

इस चैप्टर में ऑथर जेम्स एलन सफलता पाने के लिए विचारों के प्रभाव के बारे में बताते हुए कहते हैं की सफलता पाने का पहला कदम है अपने गोल के बारे में पता होना।
हमें इस बाद की clarity होनी चाहिए की हम क्या हासिल करना चाहते हैं। एक बार जब आपके पास यह clarity होगी तो इस गोल के बारे में लगातार सोचना शुरू करना होगा। हमें खुद को अपने गोल्स को पाते हुए visualize करना होगा और सफलता को फील करना होगा।

एलन यह भी कहते हैं कि सकारात्मक विचारों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। जब हम नेगेटिव विचारों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो हम जीवन में नकारात्मक अनुभवों को आकर्षित करते हैं। इसके बजाय, हमें सकारात्मक विचारों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और अपने ऊपर यह विश्वास रखना चाहिए कि हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

As a Man Thinketh Summary in Hindi
As a Man Thinketh Summary in Hindi

ऑथर यह भी कहते हैं की विचारों के अनुरूप एक्शन लेना भी ज़रूरी है । हम हाथ पर हाथ रखकर बैठे हुए सफलता मिलने का इंतजार नहीं कर सकते। हमें अपने लक्ष्य के करीब जाने के लिए हर दिन कदम उठाने की जरूरत है।

Visions & Ideals (सपने और आदर्श)

As a Man Thinketh के इस चैप्टर में जेम्स एलन हमें विज़ुअलाइज़ेशन की पावर में बताते हैं और कहते हैं कि जब हम किसी चीज़ की कल्पना करते हैं, तो एक तरह से हम अपने फ्यूचर का ब्लूप्रिंट तैयार कर रहे होते हैं। जितना ज़्यादा हम किसी चीज़ की कल्पना करते हैं, उसके वास्तविकता बनने की संभावना उतनी ही अधिक होती है।

ऑथर जेम्स एलन के अनुसार विज़ुअलाइज़ेशन को प्रभावी बनने के तीन स्टेप्स हैं:

  • Clear Vision– हम जो पाना चाहते हैं वह क्या है? कैसा दिखता और महसूस होता है? उससे पाने के बाद हमें कैसा लगेगा? इन सब प्रश्नों का उत्तर हमारे पास होना चाहिए।
  • इसे अपने मन की आंखों से देखें– हम जो पाना चाहते हैं उसकी छवि को जितना संभव हो सके अपने मन में ज्वलंत बनाना है। अपनी आँखें बंद करें और कल्पना करें कि आप अपना लक्ष्य प्राप्त कर रहे हैं।
  • सफलता की भावनाओं को महसूस करें– अपना लक्ष्य प्राप्त करने की खुशी, संतुष्टि और उपलब्धि महसूस करें।

एलन का कहना है कि अगर हम सही से इन स्टेप्स का पालन करते हैं, तो हम अपने लक्ष्यों को अवश्य ही प्राप्त कर लेंगे।

As a Man Thinketh Summary in Hindi
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Serenity (शांत विचार, शांत जीवन)

जेम्स एलन इस चैप्टर में हमें बताते हैं की हमारे विचारों का असर हमारे मन की शांति पर भी पड़ता है। ऑथर हमें समझाते हुए कहते हैं की सफलता पाने के लिए मन की शांति बहुत ही ज़रूरी चीज़ है क्यूंकि शांत मन ही क्रिएटिव सोलूशन्स देता है और बेहतर निर्णय लेने की स्तिथि में होता है। नकारात्मक विचार हमारे जीवन में तनाव और चिंता लेकर आते है वहीँ दूसरी ओर सकारात्मक विचार हमें शांति और सुकून देते हैं।

ऑथर कहते हैं की शांत मन एक शांत तालाब की जो बिलकुल स्पष्ट और संतुलित होता है, जबकि नकारात्मक विचारों और भावनाओं से भरा मन अशांत और अराजक होता है। वह कहते हैं की अपने मन को शांत करके हम एक मानसिक वातावरण बना सकते हैं जो रचनात्मकता, व्यक्तिगत विकास और समग्र कल्याण के लिए अनुकूल है।

As a Man Thinketh Summary in Hindi QuoteVII
As a Man Thinketh Summary in Hindi

ऑथर हमें यह भी बताते हैं की हमारे विचारों और भावनाओं में गहरा रिश्ता होता है और सकारात्मक विचार सकारात्मक भावनाओं को जन्म देते हैं। और जब हम सकारात्मक भावनाओं को महसूस करते हैं, तो हमारे सकारात्मक विचार सोचने की अधिक संभावना होती है। यह एक सकारात्मक फीडबैक लूप बनाता है जो हमें अधिक शांतिपूर्ण और पूर्ण जीवन बनाने में मदद कर सकता है।

एलन यह भी कहते हैं कि जब हम बाहरी चुनौतियों का सामना करते हैं, तब भी अगर हम अपने विचारों और भावनाओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो हम अपनी आंतरिक शांति बनाए रख सकते हैं। यदि हम सकारात्मक रह सकते हैं और अच्छाई पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, तो हम किसी भी तूफान का सामना कर सकते हैं।

Conclusion (निष्कर्ष)

तो दोस्तों ये थी As a Man Thinketh Summary in Hindi

ये बुक हमें बताती है कि हमारे विचार बहुत ही शक्तिशाली होते हैं और उनमे हमारी वास्तविकता को आकार देने की शक्ति है। हमें अपने विचारों के प्रति सचेत रहना चाहिए और सकारात्मक विचारों को चुनना चाहिए जो हमें वह जीवन बनाने में मदद करेंगे जो हम चाहते हैं। हम अपने विचारों का उपयोग चुनौतियों पर काबू पाने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए भी कर सकते हैं।

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FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

इस ए मैन थिंकथ वर्थ रीडिंग

जी हाँ , ये एक life changing Book है और अगर आप खुद को बदलना चाहते हैं और सफल होना चाहते हैं तो आपको ये बुक ज़रूर पढ़नी चाहिए।

What is the summary of As A Man Thinketh?

As a Man Thinketh summary ये है के आपके विचार बहुत ही ज़्यादा पावरफुल हैं और आप वही बन जाते हैं जैसे आप विचार रखते हैं

What is the saying As A Man Thinketh?

ये बाइबिल की एक कहावत है जिसका मतलब है के मनुष्य जैसा सोचता है वह वैसा ही बन जाता है

How many pages does as a man thinketh have?

The length of “As a Man Thinketh” by James Allen depends on the specific edition and publisher. However, the book is generally quite short and can be read in one sitting. Most editions contain around 50 pages or less, with some versions even shorter.

What is the main theme from the book as a man thinketh?

The main theme of “As a Man Thinketh” is that our thoughts and beliefs influence our lives and that cultivating a positive and constructive mindset is essential for personal growth and success.

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