
Introduction of The Millionaire Fastlane Book Summary in Hindi
(परिचय)
हेलो दोस्तों, स्वागत है आपका The Millionaire Fastlane book summary in Hindi में।
दोस्तों, क्या आप भी मिलियनेयर बनकर financial फ्रीडम हासिल करना चाहते हैं? क्या आप भी अपनी मनपसंद का जीवन जीना चाहते हैं? अगर आपके इन सवालों का जवाब हाँ है तो आपको ये पोस्ट पूरी पढ़नी चाहिए जिसमे हमने M J DeMarco द्वारा लिखित फेमस बुक The Millionaire Fastlane को कवर किया है।
बुक के ऑथर M J Demarco ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के माध्यम से वित्तीय सफलता हासिल की और फास्टलेन को फॉलो करके बहुत ही काम उम्र में मिलियनेयर बन गए। “द मिलियनेयर फास्टलेन” में, वह खुद के करोड़पति बनने के एक्सपेरिएंसेस और सीक्रेट्स को हमारे साथ शेयर करते हैं, और हमें बताते हैं की हम अपने फाइनेंसियल गोल्स को ज़्यादा तेजी से कैसे पा सकते हैं।
दोस्तों, अगर आप भी वित्तीय सफलता हासिल करना चाहते हैं तो आपको ये बुक ज़रूर पढ़नी चाहिए। अगर आप बुक में दी गई बातों को अपने जीवन में लागू कर पाए तो यह वह किताब है जो आपका जीवन बदल देगी।
पुस्तक का हिंदी संस्करण खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें-
पुस्तक का अंग्रेजी संस्करण खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें-
Part 1: Wealth in a Wheelchair… “Get Rich Slow” is Get Rich Old

“Get Rich Slow” मानसिकता की समस्या
बुक के शुरुवाती पार्ट में ऑथर एमजे डेमार्को कहते हैं कि धीरे-धीरे अमीर बनना एक पुराना तरीक़ा है जिसे वो स्लोलेन कहते हैं। ऑथर के अनुसार स्लोलेन अमीर बनने का अच्छा तरीक़ा नहीं है क्यूंकि इसमें बहुत टाइम लगता है। स्लोलेन में चलने वाला व्यक्ति सैलरी के लिए कड़ी मेहनत करता है, इनकम में से कुछ पैसे बचता है और अपनी बचत को लम्बे समय के लिए इन्वेस्ट करता है। यह वह रास्ता है जिसे बहुत से लोग फॉलो करते हैं और सफल भी हो जाते हैं, लेकिन इसमें लंबा समय लगता है। ऐसा करने वाला व्यक्ति लंबे समय तक उस नौकरी में फंसे रहता है जो उसे पसंद नहीं है।

यहां स्लोलेन के बारे में कुछ विशिष्ट बातें दी गई हैं:
- यह कहीं नहीं जाने का रास्ता है– अगर आप सिर्फ सैलरी के लिए काम करते हैं तो आप कभी भी financially क़ामयाब नहीं हो पाएंगे।
- यह जीवन भर की दास्तान है– स्लोलेन में चलकर आप ऐसी नौकरी में फँसे रहेंगे जिसे आप पसंद नहीं करते। इतना ही नहीं आपको सारी उम्र किसी और के लिए काम/नौकरी करनी पड़ेगी।
- यह समझौते करने का रास्ता है– इस रास्ते पर आपको अपने सपनों /पैशन की क़ुरबानी देनी होगी।
एक अलग दृष्टिकोण की आवश्यकता
ऑथर इन सब बातों से ये निष्कर्ष निकलते हैं की स्लोलेन से धन-निर्माण का दृष्टिकोण पुराना और खतरनाक है। इसलिए अमीर बनने के लिए फास्टलेन लेना चाहिए, जो मिलियनेयर बनने के लिए एक अग्ग्रेसिव एप्रोच है।

फास्टलेन हर किसी के लिए नहीं है क्यूंकि इस रास्ते पर जोखिम बहुत हैं। लेकिन इस लेन पर चलकर आप बहुत तेज़ी से और बहुत जल्दी पैसे वाले बन सकते हैं। ऑथर ये भी कहते हैं कि फास्टलेन या स्लोलेन पर चलना हमारी अपनी चॉइस है, इसमें सही गलत जैसी कोई चीज़ नहीं है।
इस पार्ट के मुख्य सबक
- स्लोलेन पर पुनर्विचार करें: स्लोलेन से पैसा तो बनाया जा सकता है लेकिन इसके लिए आपको बहुत से समझौते करने होंगे, सफल होने के लिए बहुत इंतज़ार करना होगा और अपने जीवन का काफी सारा पार्ट आप ग़ुलामों वाली नौकरी में बिता देंगे। पैसा तब आएगा जब उस पैसे को एन्जॉय करने की आपकी उम्र निकल चुकी होगी। यह अमीर बनने का बहुत ही धीमा तरीका है।
- एंट्रेप्रेन्योर बनें: फास्टलेन अमीर बनने का एक एग्रेसिव अप्प्रोच है जिसपर चलकर आप बहुत जल्दी अमीर बन सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको अपनी मानसिकता को बदलना होगा। आप एंटरप्रेन्योर बनकर अपना कोई बिज़नेस शुरू कर सकते हैं, रियल एस्टेट में या फिर और किसी इनकम जनरेटिंग एसेट्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं।
- टाइम की वैल्यू समझें: अपने टाइम की वैल्यू को समझें और जितना जल्दी हो सके financial फ्रीडम के लिए काम करना शुरू करें क्यूंकि आप खुद को आगे बढ़ने कइ लिए जितना ज़्यादा समय देंगे आपके आगे बढ़ने की सम्भावना भी उतनी ही ज़्यादा होगी। ऐसा नहीं है की आप एकदम से नौकरी छोड़कर अपना खुद का बिज़नेस स्टार्ट करें, लेकिन आप पैसा बचाना और इन्वेस्ट करना तो शुरू कर ही सकते हैं।
Understanding the Road to Wealth: A Journey, Not a Destination (द रोड टू वेल्थ को समझना: एक यात्रा, गंतव्य नहीं)

बुक के इस पार्ट में ऑथर, एमजे डेमार्को कहते हैं की वेल्थ एक डेस्टिनेशन न होकर एक journey है जिसके लिए आपको रोज़ कड़ी मेहनत करनी है। और इस journey में आपको जो अनुभव होते हैं और उनसे आपका जो पर्सनल डेवलपमेंट होता है वह वेल्थ या यूँ कहें की आपके डेस्टिनेशन से कहीं ज़्यादा ज़रूरी है।
ऑथर कहते हैं की हमें अपनी वेल्थ बिल्डिंग को एक रोड ट्रिप की तरह देखना चाहिए जिसमे हमारा ध्यान सिर्फ और सिर्फ एन्ड डेस्टिनेशन पर नहीं होता बल्कि हम उस रोड ट्रिप को पूरा एन्जॉय करते हैं, नयी नयी चीज़ें सीखते हैं, और memories बनाते चलते हैं।
धन संपत्ति का मनोविज्ञान की हिंदी समरी पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
Financial goals को री-डिफाइन करना
जब आप अपने पर्सपेक्टिव में ये बदलाव लाते हैं तो इससे आपको अपने फाइनेंसियल गोल्स को री-डिफाइन करने में मदद मिलती है। और आप रिटायरमेंट जैसे दूर के गोल पर फोकस न करके आप अपनी फाइनेंसियल जर्नी में छोटे छोटे गोल्स को एन्जॉय कर सकते हैं।
जैसा की किसी रोड ट्रिप में छोटी छोटी परेशानियाँ और चुनौतियां आएँगी लेकिन अगर आप इनका सामना कर पाए तो आप एक मज़बूत इंसान बन कर उन चुनौतियों से बहार आओगे। ठीक इसी तरह अगर आप अपनी फाइनेंसियल जर्नी में चुनौतियों का सामना मज़बूती से कर लेते हो तो आपको wealthy बनने से कोई नहीं रोक सकता।
जीतने के फॉर्मूले के चार प्रमुख Ingredients
- आपका रोडमैप: जैसे हम किसी रोड ट्रिप की प्लानिंग करते हैं उसी तरह हमें अपनी फाइनेंसियल जर्नी के लिए भी प्लानिंग करनी चाहिए और एक रोडमैप तैयार करना चाहिए। प्लानिंग ऐसी होनी चाहिए की अप्रत्याशित घटनाओं के अनुकूल उसमे ज़रूरी फ्लेक्सिबिलिटी होनी चाहिए।
- आपका वाहन: जैसे किसी रोड ट्रिप में एक वाहन की ज़रुरत होती है जिसे रास्ता तय किया जा सके ठीक इसी तरह अपनी फाइनेंसियल जर्नी के ड्राइवर आप खुद हैं। आपको खुद को लेटेस्ट नॉलेज से अपडेट रखें और साथ ही साथ अपनी स्किल्स को भी समय समय पर अपडेट करते रहें।
- आपकी रोड: आपको financial सक्सेस हासिल करने के लिए, एक फाइनेंसियल प्लान बनाना चाहिए। यह प्लान आपके पर्सनल गोल्स और परिस्थितियों के अनुरूप होना चाहिए।। इतना ही नहीं, इस प्लान को बनाते समय आपको अपने निवेश लक्ष्यों, रिस्क टॉलरेंस, और समय सीमा को ध्यान में रखना चाहिए।
- आपकी रफ़्तार: कोई भी प्लान तब तक कामयाब नहीं हो सकता जब तक के उसे ठीक ढंग से इम्प्लीमेंट या execute न किया जाए। प्लान को इम्प्लीमेंट करना आसान नहीं है क्यूंकि इसमें बहुत सारी मुश्किलें हो सकती हैं। इतना ही नहीं प्लान को एक्सीक्यूट करने के लिए कड़ी मेहनत, समर्पण, और अनुशासन की ज़रुरत होती है।।
इस पार्ट के मुख्य सबक
- Wealth के जर्नी है, इसे मंज़िल नहीं समझना चाहिए।
- आपकी financial जर्नी ऐसी होनी चाहिए जिससे आपको कुछ नया सीखें को मिले और आपकी पर्सनल ग्रोथ भी हो।
- चुनौतियाँ सबके जीवन का हिस्सा हैं इसलिए उनसे बिना डरे उन्हें स्वीकार करना चाहिए।
- अपने फाइनेंसियल गोल्स को स्पष्टता से निर्धारित करें लेकिन साथ ही साथ नए अवसरों के लिए खुले रहें।
- नेटवर्किंग पर ध्यान दें क्यूंकि नेटवर्किंग और सहयोग से आपकी प्रोग्रेस तेज़ हो सकती हैं।
- कल की तैयारी करें लेकिन साथ ही साथ आज का भी आनंद अवश्य लें।
The Road Most Traveled: The Sidewalk

बुक के इस पार्ट में ऑथर हमें साईडवॉक के बारे में बताते हुए कहते हैं की इस रास्ते पर चलने वाले लोग अक्सर वित्तीय
रूप से संघर्ष करते हैं। साईडवॉक को फुटपाथ भी कहा गया है और इसे “द साइडवॉक” इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह वह रास्ता है जिसपर ज़्यादातर लोग चलते हैं। साईडवॉक या फुटपाथ पर चलने वाले पेचेक से पेचेक पर जीते हैं, मतलब वो अपनी नौकरी पर ही पूरी तरह से निर्भर रहते हैं और जीवन भर इसी जाल में फंसे रहते हैं। सिर्फ नौकरी के भरोसे रहना खतरनाक हो सकता है क्यूंकि नौकरी कभी भी छूट सकती है।
इसकी वजह ये है की वे अपना पैसा ऐसी चीज़ों पर खर्च करते हैं जो उन्हें मोमेंटरी ख़ुशी तो देती हैं लेकिन उन्हें लम्बे समय के लिए फाइनेंसियल सिक्योरिटी नहीं दे सकती। इन लोगों की एक पहचान ये होती है की वे अक्सर आर्थिक रूप से भी अशिक्षित होते हैं और उनके पास पैसे को बुद्धिमानी से मैनेज करने, निवेश करने या वेअल्थी बनने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल का अभाव होता है।
साईडवॉक की विशेषताएं
ऑथर ने हमें साईडवॉक की कुछ विशेषताएं बताई हैं जो इस प्रकार हैं –
- तनख्वाह के लिए काम करना: सैलरी पर निर्भर रहने वाले लोग असलियत में पैसे के लिए अपना समय बेचते हैं और दुनिया में ज़्यादातर लोग अपना समय बेचकर ही पैसा कमाते हैं। ऑथर कहते हैं की यह संपत्ति बनाने का एक धीमा और अप्रभावी तरीका है।
- तनख्वाह से तनख्वाह तक जीवन जीना: बहुत से लोग तनख्वाह से तनख्वाह तक जीवन जीते हैं, जिसका मतलब अर्थ है कि वे हमेशा गुजारा चलाने के लिए संघर्ष करते रहते हैं। यह एक भयावह स्थिति है, क्योंकि इससे लोगों को वित्तीय कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
- अभाव की मानसिकता रखना): जो लोग साईडवॉक/फुटपाथ पर रहते हैं वे अक्सर अभाव की मानसिकता रखते हैं, जिसका मतलब है कि वे ये मानते हैं की उनके पास कभी भी कुछ करने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं होता है। इस मानसिकता के लोग न तो कभी जोखिम ले पाते हैं और न ही कभी अपने वित्तीय लक्ष्य हासिल कर पाते हैं।
तनख्वाह से तनख्वाह तक जीने के खतरे
तनख्वाह से तनख्वाह तक जीना एक खतरनाक स्थिति है। यह आपको बहुत सी परेशानियों में डाल सकती है जिनमे से कुछ का ज़िक्र नीचे किया गया है:
- फाइनेंसियल स्ट्रेस– जब आप पेचेक टू पेचेक अपना जीवन व्यतीत करते हैं, तो आपको लगातार पैसों की चिंता बनी रहती है जिससे तनाव, चिंता और अवसाद हो सकता है।
- वित्तीय अस्थिरता– इस तरह का जीवन जीने का एक नुकसान यह भी है की कोई अनएक्सपेक्टेड ख़र्चा आने पर आपका सारा बजट बिगड़ जाता है और आप क़र्ज़/उधार लेने के लिए मजबूर हो जाते हैं।
- वित्तीय स्वतंत्रता– चूंकि आप हमेशा अपनी नौकरी और तनख्वाह पर निर्भर रहते हो, इसलिए आप कभी भी आर्थिक रूप से स्वतंत्र नहीं हो पाते हो। ख़र्च बढ़ने के साथ ही यह परेशानी आगे चलकर और बढ़ जाएगी।

इस पार्ट के मुख्य सबक
- वित्तीय शिक्षा– हमें वित्तीय रूप से साक्षर बनने की कोशिश करनी चाहिए और मनी मैनेजमेंट, इन्वेस्टमेंट और पैसे से पैसा बनाना सीखना चाहिए।
- डिलेड ग्रटिफिकेशन– इंस्टेंट ग्रटिफिकेशन अक्सर लॉन्ग टर्म फाइनेंसियल क्राइसिस का कारण बन सकता है। इंस्टेंट ग्रटिफिकेशन पर सेविंग्स और इन्वेस्टमेंट को प्राथमिकता दें।
- मल्टीप्ल इनकम स्ट्रीम्स– हमें सिर्फ नौकरी पर निर्भर न रहकर एंट्रेप्रेन्योरशिप और इन्वेस्टमेंट पर भी ध्यान देना चाहिए।
- चक्र को तोड़ना– वेतन-दर-वेतन वाले चक्र से बाहर निकलने के लिए डिसिप्लिन और मज़बूत दृढ़ शक्ति की ज़रुरत होती है। एक इमरजेंसी फंड बनाना और अनावश्यक खर्चों को कम करना बेहद ज़रूरी हैं।
Mediocrity: The Slowlane Roadmap
(औसत दर्जे का स्लोलेन रोडमैप)
स्लोलेन अमीर बनने का एक ट्रेडिशनल एप्रोच है और जैसा की इसके नाम से भी पता चलता है, यह बहुत ही स्लो तरीक़ा है। इस लेन पर चलने वाले लोग कड़ी मेहनत करते हैं, पैसा बचाते हैं और उसे लंबी समय के लिए निवेश करते हैं। स्लोलेन को पैसे बनाने का एक सेफ तरीक़ा माना जाता है लेकिन यह स्लो होने के साथ साथ बहुत बोरिंग भी है।
स्लोलेन में आम तौर पर अच्छी शिक्षा प्राप्त करना, अच्छी नौकरी पाना और कॉर्पोरेट जगत में आगे बढ़ना शामिल है और यही वजह है की इसे सेफ और सिक्योर माना जाता है। इसमें सिर्फ एक सेट टेम्पलेट को फॉलो करना होता है जिसकी वजह से यह बोरिंग हो सकता है।

Mediocrity का ट्रैप
स्लोलेन अक्सर लोगों के लिए एक ट्रैप का काम करती है और यह mediocrity की ओर ले जाती है, जहां लोग लगातार काम करने के बावजूद आगे नहीं बढ़ पाते हैं।
नीचे कुछ ट्रैप्स के उदहारण दिए गए हैं जिनसे लोगों को बचने की आवश्यकता है-
- उपभोक्तावाद (Consumerism) का ट्रैप– स्लोलेन पर सबसे बड़ा जाल उपभोक्तावाद का है। जो लोग स्लोलेन पर चलते हैं वे अक्सर अपनी इनकम से ज़्यादा पैसा खर्च करते हैं, जिससे कर्ज और वित्तीय समस्याएं हो सकती हैं।
- आत्मसंतुष्टि का जाल– स्लोलेन पर चलने वाले लोग अक्सर आत्मसंतुष्टि की शिकार हो जाते है और आगे बढ़ने की कोई कोशिश ही नहीं करते हैं।
- डर का ट्रैप– स्लोलेन पर चलने वाले लोग चूंकि एक ढर्रे पर ही चलने के आदि होते हैं इसलिए वो कोई जोख़िम नहीं लेना चाहते हैं। और फाइनेंस का एक सिद्धांत है की जो लोग जोखिम लेने से डरते हैं उन्हें वित्तीय सफलता मिलने की संभावना कम होती है।
इस पार्ट के मुख्य सबक

- स्लोलेन अकेला ऐसा तरीक़ा नहीं है जिससे अमीर बना जा सकता है बल्कि पैसा बनाने के और भी रास्ते हैं जो स्लोलेन से बेहतर भी हैं और तेज़ भी हैं।
- Mediocrity के ट्रैप से बचना ज़रूरी है– Consumerism, complacency और भय आपकी फाइनेंसियल सक्सेस को बिगाड़ सकते हैं इसलिए इनसे बचना ज़रूरी है।
- जोखिम लेना ज़रूरी है– अगर आप किसी भी क्षेत्र में सफल होना चाहते हैं, तो आपको अपने कम्फर्ट ज़ोन से बहार निकलना होगा और जोखिम लेने के लिए तैयार रहना होगा।
- धैर्य रखना जरूरी है– पैसा बनाने में समय और मेहनत दोनों लगती है इसलिए अगर आपको तुरंत परिणाम न दिखें तो निराश न हों।
Wealth: The Fastlane Roadmap
(फास्टलेन वेल्थ बिल्डिंग)
बुक के ऑथर ऍम जे डेमार्को मानते हैं की अमीर बनने का पारम्परिक रास्ता जिसे “स्लोलेन” कहते हैं, बहुत धीमा और अक्षम है। वह कहते हैं की अमीर बनने के लिए फास्टलेन ही ऐसा रास्ता है जो सही मायनों में हमें फाइनेंसियल फ्रीडम दिला सकता है।
स्लोलेन दृष्टिकोण में कड़ी मेहनत करना, अपने समय को पैसों के लिए बेचना, पैसा बचाना और लंबी अवधि के लिए निवेश करना शामिल है। यह दृष्टिकोण सफल हो सकता है, लेकिन इसमें लंबा समय और बहुत प्रयास लगता है। दूसरी ओर, फास्टलेन दृष्टिकोण में जोखिम लेना, एसेट्स में निवेश करना और अन्य लोगों के समय और धन का लाभ उठाना शामिल है। यह दृष्टिकोण अधिक जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन इससे तेजी से पैसा भी बनाया जा सकता है।

एंट्रेप्रेन्योरशिप और इनोवेशन
ऑथर डेमार्को मानते हैं की फास्टलेन में चलने के इच्छुक लोगों के लिए एंट्रेप्रेन्योरशिप और इनोवेशन बहुत ज़रूरी स्किल्स हैं। वह कहते हैं की एंट्रेप्रेन्योर्स ही वो लोग हैं जो समाज की ज़रूरतों के अनुरूप नए प्रोडक्ट्स और सर्विसेज बनाते हैं जो लोगों के लिए वैल्यू क्रिएट करते हैं। इतना ही नहीं ऐसे लोग समस्याओं का समाधान ढूंढते रहते हैं और काम करने के भी नए तरीके खोजते हैं।
नए विचारों और समाधानों को इनोवेशन कहा जाता है और इनोवेशन न सिर्फ एंट्रेप्रेन्योर्स बल्कि हर क्षेत्र के बिज़नेस के लिए ज़रूरी है। इनोवेशन की सहायता से बिज़नेस अपने प्रोडक्ट्स और सर्विसेज को बेहतर बना सकते हैं, लागत कम कर सकते हैं और अधिक प्रभावी ढंग से कम्पटीशन कर सकते हैं।
Wealth acceleration strategies
ऑथर हमें ऐसी कई चीज़ें बताते हैं जिनकी मदद से हम जल्दी अमीर बन सकते हैं जिनमें से कुछ प्रमुख का ज़िक्र नीचे किया गया है-
- बिज़नेस को बढ़ाना– Wealth क्रिएशन के लिए ज़रूरी है की किसी बिज़नेस को इतना बढ़ाया जाए जहां यह आपको रेवेन्यू और प्रॉफिट दे सके।
- टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल– टेक्नोलॉजी की मदद से अलग अलग कामों को ऑटोमेट किया जा सकता है और एफिशिएंसी बेहतर की जा सकती है।
- एसेट्स में इन्वेस्टमेंट– हमें ऐसे एसेट्स में इन्वेस्ट करना चाहिए जिनकी वैल्यू समय के साथ बढे, जैसे कि रियल एस्टेट, स्टॉक और बिज़नेस।
बिज़नेस सिस्टम्स

बुक के ऑथर डेमार्को सुझाव देते हैं की हमें ऐसे बिज़नेस सिस्टम्स बनाने चाहिए जो बिना ह्यूमन इंटरवेंशन के हमारे लिए इनकम जेनेरेट करने की क्षमता रखती हों। ऐसे बिज़नेस सिस्टम्स हमारे टाइम को बचाते हैं जिससे हम अपने बिज़नेस के दूसरे पहलुओं पर ध्यान दे सकें और साथ ही साथ हमारी रिसोर्सेज को भी ज़्यादा इफेक्टिव बनाते हैं।
इस पार्ट के मुख्य सबक

- एंट्रेप्रेन्योरशिप: फास्टलेन में चलने के लिए आपको ऐसे बिज़नेस शुरू करने होंगे जो आपके लिए पैसा बना सकें और साथ ही साथ इन बिज़नेस को आगे भी बढ़ाना होगा।
- इनोवेशन– फास्टलेनर्स इनोवेशन करके ऐसे प्रोडक्ट्स, सर्विसेज या सोलूशन्स बनाते हैं जो मार्किट में धूम मचा कर काफ़ी पैसा बनाते हैं।
- तेजी से पैसा बनाना– फास्टलेनर्स पारंपरिक तरीकों को फॉलो न करके बहुत तेज़ी से आय उत्पन्न करने और संपत्ति जमा करने के तरीके ढूंढकर अपनी संपत्ति को तेजी से बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
- जोखिम लेना– फास्टलेनर्स कैलक्युलेटेड रिस्क्स लेने से नहीं कतराते क्यूंकि उन्हें पता होता है बिना रिस्क के पैसे बनाना मुश्किल है।
- विफलता पर काबू पाना– फास्टलेनर्स विफल होने से विचलित नहीं होते बल्कि वो विफ़लता को सफ़लता की सीढ़ी के रूप में देखते हैं और अपनी गलतियों से सीखते हैं।
- दृढ़ संकल्प और दृढ़ता: फास्टलेनर्स जो भी करते हैं दृढ़ता के साथ करते हैं और, चुनौतियों का सामना होने पर भी अपने रास्ते पर बने रहते हैं।
- सिस्टम बनाना– फास्टलेनर्स ऐसे efficient बिज़नेस सिस्टम्स बनाते हैं जो लगातार, बिना ज़्यादा ह्यूमन इन्वॉल्वमेंट के इनकम जेनेरेट करते हैं।
- स्केलिंग स्ट्रेटेजीज– फास्टलानर्स अपने बिज़नेस को बढ़ाने के लिए स्केलिंग स्ट्रेटेजीज की मदद लेते हैं, जैसे बड़े बाजारों में अपने प्रोडक्ट्स को बेचना या अपनी प्रोडक्ट लाइन को एक्सपैंड करना।
- पैसा परिणाम के रूप में– फास्टलेनर्स पैसे को अलग नज़रिये से देखते हैं और पैसे पर फोकस करने की जगह ऐसे प्रोडक्ट्स या सर्विसेज बनाने पर फ़ोकस करते हैं जो दूसरों की मदद कर सकें, जिससे पैसा उन्हें परिणामस्वरूप प्राप्त होता है।
- मानसिकता में बदलाव: फास्टलेनर्स विकास की मानसिकता रखते हैं और मानते हैं कि सही दृष्टिकोण के साथ पैसा तेजी से बनाया जा सकता है।
- एसेट्स का निर्माण: फास्टलेनर्स इनकम जनरेटिंग एसेट्स बनाने पर ध्यान देते हैं जो न सिर्फ उन्हें सिक्योरिटी देते हैं बल्कि लॉन्ग टर्म में पैसा भी बनाते हैं।
Your Vehicle to Wealth: YOU
(पैसा बनाने के लिए सबसे ज़रूरी चीज़)
“द मिलियनेयर फास्टलेन” बुक के इस पार्ट में में, ऑथर हमें बताते हैं की पैसा बनाने के लिए पर्सनल डेवलपमेंट और ग्रोथ माइंडसेट फाइनेंसियल स्ट्रेटेजीज से कहीं ज़्यादा ज़रूरी हैं। आप सफल होंगे या असफ़ल ये आपकी मानसिकता और दृष्टिकोण पर निर्भर करता है।
ऑथर कहते हैं कि हमारे पास ग्रोथ माइंडसेट होना चाहिए और हमें ये विश्वास होना चाहिए की हम सीख कर आगे बढ़ सकते हैं, चाहे हमारी उम्र या परिस्थितियां कुछ भी हों। सफलता प्राप्त करने के लिए विकास की मानसिकता आवश्यक है, क्योंकि यह हमें जोखिम लेने, अपनी गलतियों से सीखने और लगातार सुधार करना सिखाती है।
साथ ही साथ ऑथर यह भी कहते हैं की हमें नयी स्किल्स सीख़कर, गोल्स सेट करके और रिस्क लेकर खुद में इन्वेस्ट करना चाहिए। जब तक हम खुद में इन्वेस्ट नहीं करेने तब तक हमारी आगे बढ़ने की सम्भावना भी बहुत काम ही रहेगी।
अपनी मानसिकता को ऊपर उठाना
ग्रोथ माइंडसेट क्या है? ग्रोथ माइंडसेट अपनी क्षमताओं पर विश्वास करने का दूसरा नाम है। ऐसी मानसिकता वाले लोग यह विश्वास रखते हैं कि कड़ी मेहनत और समर्पण से वे अपनी बुद्धि और क्षमताओं को विकसित करके बेहतर बना सकते हैं तथा वे नई चीजें सीख सकते हैं, भले ही उनमें स्वाभाविक रूप से प्रतिभा न हो।
फास्टलेन सफल होने के लिए क्यों ज़रूरी है? फास्टलेन पर सफल होने के लिए ग्रोथ माइंडसेट ज़रूरी है क्यूंकि यह हमें रिस्क लेने, अपनी गलतियों से सीखने और लगातार सुधार करना सिखाता है। जब हमें ये विश्वास होता है की हम सीख सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं, तो हम चुनौतियों का सामना डट कर करते हैं और नई नई चीजों को आजमाने से भी नहीं झिझकते हैं।
ग्रोथ माइंडसेट कैसे डेवलप करें? ग्रोथ माइंडसेट विकसित करने के लिए ऑथर ने जो सुझाव दिए हैं वो इस प्रकार हैं –
- ख़ुद को चुनौती दें – आपके गोल्स ऐसे होने चाहिए जो चुनौतीपूर्ण हों लेकिन साथ ही साथ रीयलिस्टिक भी हों मतलब के पाने लायक हों। जब आप अपने लक्ष्य हासिल कर लेते हैं, तो आप सीखने और बढ़ने की अपनी क्षमता में आत्मविश्वास और विश्वास पैदा करेंगे।
- फ़ीडबैक सुनें– अपने बारे में दुसरे लोगों से फ़ीडबैक के तैयार रहें, भले ही वह फ़ीडबैक नकारात्मक ही क्यों न हो। फ़ीडबैक से आपको ऐसे क्षेत्रों की पहचान करने में मदद मिलेगी जहां आप सुधार कर सकते हैं।
- अपनी गलतियों से सबक लें– गलतियां करना ह्यूमन नेचर है लेकिन ज़रूरी ये है कि गलतियों से निराश होने की बजाए उनसे सीखा जाए और आगे बढ़ा जाए।
- धैर्य रखें– ग्रोथ माइंडसेट डेवलप करने में समय और प्रयास दोनों लगते हैं इसलिए अगर आपको तुरंत परिणाम न दिखें तो निराश न हों। बस कड़ी मेहनत करते रहें और आप अपने लक्ष्य तक अवश्य पहुंच जाएंगे।

हमारी सबसे मूल्यवान संपत्ति
ऑथर कहते हैं की हमारा दिमाग ही हमारी सबसे मूल्यवान संपत्ति है क्यूंकि यह एक शक्तिशाली उपकरण है। यह हमारे विचारों और रचनात्मकता का स्रोत है। हमारा दिमाग ही है जिसकी मदद से हम नयी चीज़ें सीखते हैं और आगे बढ़ते हैं।
ऑथर यह भी कहते हैं की सीखना एक निरंतर प्रक्रिया है और हमें आगे बढ़ने के लिए लगातार कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए। नया सीखना अपने दिमाग को बेहतर बनाने में निवेश की तरह है। ऑथर ने हमें अपने दिमाग में निवेश करने के कई तरीके बताये हैं जिनमे से कुछ का ज़िक्र नीचे किया गया है-
- पढ़ने की आदत डालें– पढ़ने से हम नए विचार और इनफार्मेशन को जान पाते हैं और इससे हमारे अंदर एक क्रिटिकल थिंकिंग भी डेवलप होती है। पढ़ने के लिए बहुत सी चीज़ें हैं जैसे की बुक्स, आर्टिकल्स, जर्नल्स, ब्लॉग आदि।
- नयी स्किल्स सीखें– नए नए कौशल सीखने से न सिर्फ आपका दिमाग विकसित होगा बल्कि आपको अपने वर्कप्लेस में भी ज़्यादा मूल्यवान बनने में मदद मिल सकती है।
- अन्य लोगों के साथ नेटवर्क बनाएं– आज के समय में नेटवर्किंग की बहुत ज़रुरत है। नेटवर्किंग से हमें दूसरों से सीखने को मिलता है और नए दृष्टिकोण भी पता चलते हैं।
- अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें– जब आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होते हैं, तो आप बेहतर ढंग से ध्यान केंद्रित करने और सीखने में सक्षम होते हैं।
- नए अनुभवों लें– नए अनुभव आपको अपने आराम क्षेत्र से बाहर निकलने और आगे बढ़ने तथा कुछ नया सीखने में मददग़ार साबित हो सकते हैं।
पावर ऑफ़ हैबिट्स
आदत क्या है? आदत एक ऐसा व्यवहार है जो नियमित रूप से और अपने आप दोहराया जाता है।
आदतें क्यों ज़रूरी हैं? आदतें हमारे जीवन पर बड़ा असर डालती हैं। हमारी आदतें हमें अपनी प्रोडक्टिविटी को बेहतर करने, अपने गोल्स को हासिल करने, और स्वस्थ जीवन जीने में हमारी मदद करती हैं।
आदतें कैसे बदलें? आदतें बदलने के कई अलग-अलग तरीके हैं जिनमे से कुछ के बारे में नीचे बताया गया है:
- अपनी बुरी आदतों को पहचानें– किसी आदत को बदलने का पहला कदम उसे पहचानना है।
- अपनी बुरी आदतों के कारणों को समझें– एक बार जब आप जान जाते हैं कि आपकी बुरी आदतों का कारण क्या है, तो आप उनसे बचना शुरू कर सकते हैं।
- अपनी बुरी आदतों को अच्छी आदतों से बदलें– ऐसी अच्छी आदतें ढूंढें जिन्हें आप अपनी बुरी आदतों से बदल सकें।
इस पार्ट के मुख्य सबक
- आपकी मानसिकता सफलता और असफ़लता दिलाती है– जिस तरह से आप अपने बारे में और अपनी क्षमताओं के बारे में सोचते हैं उसका आपकी सफलता पर बड़ा असर पड़ता है। अगर आप मानते हैं कि आप सीख सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं, तो आप अपने लक्ष्यों को अवश्य प्राप्त कर लेंगे।
- आप अपनी सबसे मूल्यवान संपत्ति हैं– सबसे महत्वपूर्ण निवेश जो आप कर सकते हैं वह स्वयं में है। अपनी शिक्षा, अपने कौशल और अपने स्वास्थ्य में निवेश करें।
- विज़न और गोल्स– आप क्या हासिल करना चाहते हैं ये आपको पता होना चाहिए। मतलब आपका एक क्लियर गोल होना चाहिए और उस गोआल तक पहुँचने के लिए आपके पास विज़न होना चाहिए।
- आदतें आपका भाग्य बनाती हैं– जो छोटी-छोटी चीजें आप हर दिन करते हैं वे समय के साथ बढ़ती जाती हैं। आपको ये सुनिश्चित करना चाहिए कि आपकी दैनिक आदतें आपको अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने में मदद कर रही हैं।
- वेल्थ एक मानसिकता है– पैसे के बारे तरह से सोचते हैं उसका पैसे बनाने की आपकी क्षमता पर बड़ा असर पड़ता है। वेल्थ ओरिएंटेड माइंडसेट अपनाकर आप वित्तीय सफलता की ऒर क़दम बढ़ा सकते हैं।
- दृढ़ रहे– आपके रास्ते में चुनौतियाँ आएंगी, लेकिन यदि आप दृढ़ रहेंगे तो आप अपने लक्ष्यों को अवश्य पा लेंगे। चुनौतियों से डरकर अपने सपनों को पूरा करने से पीछे न हटें।
The Roads To Wealth
(एक्शन में मिलियनेयर फास्टलेन: लागू करने के लिए प्रैक्टिकल स्टेप्स)
वित्तीय रूप से सफल होने के लिए लोग अलग अलग रास्तों का चयन करते हैं। कुछ लोग स्लोलेन में चलने को सही मानते हैं, जहाँ नौकरी में कड़ी मेहनत करनी होती है, पैसे बचाने और लंबी अवधि के लिए निवेश करने होते हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं जो साइडवॉक में विश्वास रखते हैं, जो कम से कम रेजिस्टेंस वाला रास्ता है तनख्वाह से तनख्वाह तक जीना और किसी प्रकार का कोई जोखिम नहीं लेना होता है। वहीँ कुछ लोग फास्टलेन में विश्वास रखते हैं, जो मिलियनेयर बनने के लिए एक एग्रेसिव एप्रोच है क्यूंकि इसमें चलने वाले व्यक्ति को काफी रिस्क लेने पड़ते हैं, अपना बिज़नेस स्टार्ट करना फिर रियल एस्टेट जैसे एसेट्स में इन्वेस्ट करना होता है।
स्लोलेन

स्लोलेन पैसा बनाने का सबसे कॉमन या आम रास्ता है जिसका ज़्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं। इसमें आपको नौकरी में कड़ी मेहनत करनी होती है, फिर पैसे की बचत करनी होती है और इस बचत को इन्वेस्ट करना होता है। स्लोलेन की ख़ास बात ये है की इसमें एक स्थिर वेतन आता रहता है और रिटायरमेंट के बाद भी पेंशन की गारंटी होती है। स्लोलेन का सबसे बड़ा drawback ये है की इसपर चलकर आप कभी भी वित्तीय रूप से स्वतंत्र नहीं हो पाएंगे।
साईडवॉक

साइडवॉक पर चलने वाले लोग वित्तीय रूप से गैरजिम्मेदार होते हैं और उनके अंदर योजना की कमी भी होती है जिसकी वजह से वे अक्सर आर्थिक रूप से संघर्ष करते हैं और कभी भी पैसा नहीं बना पाते हैं। साइडवॉक एक बेकार रास्ता है और इसे रेकमेंड नहीं किया जाता है।
फास्टलेन

जल्दी अमीर बनने का एक रास्ता है जिसमे एंट्रेप्रेन्योरशिप और इनोवेशन की मदद से वेल्थ बनायी जाती है जिसे फास्टलेन कहा जाता है। फास्टलेन में स्लोलेन के मुक़ाबले ज़्यादा जल्दी पैसा बनाया जा सकता है, लेकिन इस पर चलने वाले व्यक्ति को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है और साथ ही साथ रिस्क भी लेने पड़ते हैं।
इस पार्ट के मुख्य सबक
- पैसा बनाने के बहुत से रास्ते हैं। हमें सब रास्तों के बारे में अच्छी तरह समझकर वह रास्ता चुनना चाहिए जो हमारी व्यक्तिगत परिस्थितियों और लक्ष्यों के अनुकूल हो।
- स्लोलेन जहाँ एक ओर सुरक्षा देता है वहीँ दूसरी ओर ये सीमित वित्तीय स्वतंत्रता देता है, जबकि फास्टलेन वाला रास्ता जोख़िम और मेहनत भरा है लेकिन ये ज़्यादा वित्तीय स्वतंत्रता देता हैं।
- वित्तीय गैरजिम्मेदारी से बने हुए साइडवॉक को इसके जोखिमों की वजह से अवॉयड किया जाना चाहिए।
- ध्यान रखें की आप पैसा बनाने का जो भी रास्ता चुनें वह एक सोचा समझा और इन्फोर्मेड डिसिशन होना चाहिए। ऐसा डिसिशन, जो आपके लॉन्ग टर्म गोल्स और एस्पिरशंस से मेल खाता हो।
Conclusion
(सारांश)
दोस्तों ये थी The Millionaire Fastlane Book Summary in Hindi
दोस्तों, जैसा की हमने इस पोस्ट में देखा, द मिलियनेयर फास्टलेन एक ऐसी किताब है जो ये सिखाती है कि पैसा बनाने के ट्रेडिशनल यानी पारंपरिक तरीक़े से बेहतर और तेजी से वित्तीय सफलता कैसे हासिल की जाए। बुक के ऑथर, एमजे डेमार्को का कहना है कि नौकरी में कड़ी मेहनत करने और पैसे बचाने का पारंपरिक तरीका धीमा है और इससे हमें वित्तीय स्वतंत्रता हासिल नहो होती है। इसके बजाय, वह हमें जल्दी पैसा बनाने के लिए फास्टलेन पर चलने का सुझाव देते हैं, जिसमें जोखिम तो है, लेकिन इसपर चले बिना मिलियनेयर बनना काफी मुश्किल है।
बुक के कुछ इम्पोर्टेन्ट पॉइंट्स नीचे दिए गए हैं –
- वित्तीय शिक्षा बहुत ज़रूरी है
- Mediocrity बहुत ख़तरनाक है
- पर्सनल डेवलपमेंट पर ध्यान दें
- पैसा बनाने के कई रास्ते हैं
- एक्शन लेना या मेहनत करना पैसा बनाने ज़रूरी है
- फास्टलेन पैसा बनाने का सबसे तेज़ तरीका है
दोस्तों अगर आप वित्तीय सफलता पाना चाहते हैं, तो द मिलियनेयर फास्टलेन अवश्य पढ़ें। इसमें दी गयी व्यावहारिक सलाह और प्रेरक कहानिययां आपको वित्तीय स्वतंत्रता की यात्रा शुरू करने में मदद करेगी।
दोस्तों, अगर आपको ये बुक समरी पसंद आयी हो तो इसे अपने फॅमिली और फ्रेंड्स के साथ भी सवषय शेयर करें। आप अपना वैल्युएबल फ़ीडबैक हमें कमैंट्स करके बता सकते हैं। पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।
FAQs
(अन्य पूछे जाने वाले प्रश्न)
What is the full summary of the millionaire Fastlane?
“The Millionaire Fastlane” by MJ DeMarco is a book that challenges traditional approaches to wealth-building and offers practical advice for achieving financial freedom.
The book is divided into three sections. In the first section, DeMarco explains why traditional wealth-building strategies, such as saving and investing, are too slow and unreliable for most people to achieve financial freedom. He argues that the key to building wealth is to focus on creating value and solving problems for others, and provides examples of successful entrepreneurs who have used this approach.
In the second section, DeMarco presents his five “Commandments” for achieving financial success and building wealth. These include the Commandment of Need, which emphasizes the importance of identifying and fulfilling a need in the marketplace, and the Commandment of Control, which stresses the importance of having control over one’s financial destiny.
In the third section, DeMarco provides practical advice for starting and scaling a successful business, including how to identify a profitable market, how to create a value proposition that meets customer needs, and how to build a team to help you achieve your goals.
Throughout the book, DeMarco emphasizes the importance of taking action and pursuing one’s goals with a sense of urgency. He argues that time is one of the most valuable resources we have, and that we should use it wisely to achieve our goals and build wealth.
Overall, “The Millionaire Fastlane” offers a unique perspective on wealth creation and challenges readers to think differently about their financial futures. While some readers may find DeMarco’s approach to be unconventional or risky, the book provides practical advice for anyone who is willing to challenge traditional wealth-building strategies and take a more proactive approach to achieving financial freedom.
Is Millionaire Fast Lane worth reading?
यदि आप धन निर्माण और वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने के अपरंपरागत तरीकों के बारे में जानने में रुचि रखते हैं, और पारंपरिक धन-निर्माण रणनीतियों को चुनौती देने के इच्छुक हैं, तो “द मिलियनेयर फास्टलेन” एक अच्छी बुक साबित हो सकती है।
What are the 5 commandments in Millionaire Fastlane?
In “The Millionaire Fastlane,” author MJ DeMarco presents five “Commandments” that he believes are essential to achieving financial success and building wealth:
The Commandment of Need: This commandment emphasizes the importance of identifying and fulfilling a need in the marketplace. DeMarco argues that the most successful businesses are those that solve a problem or meet a need for customers.
The Commandment of Entry: This commandment stresses the importance of entering the right market at the right time. DeMarco advises entrepreneurs to look for markets that are large and growing, but not yet saturated with competitors.
The Commandment of Control: This commandment emphasizes the importance of having control over one’s financial destiny. DeMarco argues that traditional wealth-building strategies, such as saving and investing, are too slow and unreliable, and encourages readers to focus on building businesses and creating value in order to achieve financial freedom.
The Commandment of Scale: This commandment emphasizes the importance of scaling one’s business and income streams in order to achieve greater levels of wealth and financial freedom. DeMarco advises entrepreneurs to think big and focus on creating scalable businesses that can generate significant income.
The Commandment of Time: This commandment stresses the importance of recognizing the value of time, and encourages readers to take action and pursue their goals with a sense of urgency. DeMarco argues that time is one of the most valuable resources we have and that we should use it wisely to achieve our goals and build wealth.
How did MJ DeMarco get rich?
DeMarco’s path to wealth involved several entrepreneurial ventures, as well as a focus on financial education and personal development.
His wealth was built on a foundation of entrepreneurship, strategic investing, and a focus on financial education and personal development.
Do rich people read everyday?
जबकि सभी अमीर लोग हर दिन नहीं पढ़ सकते हैं, कई सफल व्यक्ति पढ़ने और आजीवन सीखने पर विश्वास रखते हैं।
Must Read Book Summaries
(अन्य बुक समरीज़)
- As a Man Thinketh Summary in Hindi: 7 Life-changing Insights
- (James Clear) Atomic Habits Book Summary in Hindi: The 1% Solution to a Better Life
- The Power of Your Subconscious Mind Summary in Hindi- 20 Mind-Blowing Ways to Harness the Power of Your Subconscious Mind.
- The Power of Positive Thinking Summary in Hindi-16 Powerful Ways To Transform Your Mindset
- Do It Today Summary in Hindi-सफलता के 6 राज़
- Think And Grow Rich Summary In Hindi | सोचो और अमीर बनो
- Ikigai Book Summary in Hindi- Ikigai ढूंढने के 4 secret तरीके
- The Richest Man In Babylon Summary In Hindi- 7 Secrets to Become Rich
- The Secret Book Summary in Hindi- 3 अदभुत रहस्य मनचाही चीज़ पाने के
- The 7 Habits Of Highly Effective People Book Summary in Hindi (Complete)
- The Psychology of Money Summary in Hindi (Morgan Housel): 10 Key Money-Making Principles
- The Intelligent Investor Book Summary in Hindi: The Definitive Guide to Value Investing in 2023
- The Millionaire Fastlane Book Summary In Hindi: The Ultimate 10-Step Blueprint
- Chanakya Neeti Book Summary in Hindi-7 Secrets to Success
- The Alchemist Book Summary in Hindi: 7 Powerful Insights
- Attitude Is Everything Book Summary In Hindi: 5 Life-Changing Principles
- (Vatsyasyana)Kamasutra Book Summary in Hindi: 10 Secrets to a Great Sex Life
- (Peter Theil)Zero To One Book Summary in Hindi- 10 Lessons on the Power of Innovation to Create Wealth
- Sapiens Book Summary in Hindi- मानव जाति का संक्षिप्त इतिहास
- (Daniel Kahneman)Thinking Fast and Slow Summary in Hindi- 5 Powerful Insights.
- The Courage To Be Disliked Summary In Hindi- 5 Key Takeaways
- The Compound Effect Summary in Hindi: How to Achieve Your Goals with 1% Daily Progress
- The Almanack of Naval Ravikant Summary in Hindi: 4 Ways to Empower Your Life
- The Power of Now Summary in Hindi: 10 दिनों में तनाव कैसे दूर करें
- The Subtle Art of Not Giving a F*ck Summary in Hindi: 10 Powerful Lessons
- The 5 AM Club Summary in Hindi: 10 Powerful Habits for Success
- The Total Money Makeover Summary in Hindi: The 7 Baby Steps to Financial Freedom
- Men Are From Mars Women Are From Venus Summary in Hindi: The 4 Key Differences Between Men and Women
[…] The Millionaire Fastlane book summary in Hindi […]
[…] The Millionaire Fastlane book summary in Hindi […]
[…] The Millionaire Fastlane book summary in Hindi […]
[…] The Millionaire Fastlane book summary in Hindi […]
[…] The Millionaire Fastlane Book Summary In Hindi: The Ultimate 10-Step Blueprint […]
[…] The Millionaire Fastlane Book Summary In Hindi: The Ultimate 10-Step Blueprint […]
[…] The Millionaire Fastlane Book Summary In Hindi: The Ultimate 10-Step Blueprint […]
[…] The Millionaire Fastlane Book Summary In Hindi: The Ultimate 10-Step Blueprint […]
[…] The Millionaire Fastlane Book Summary In Hindi: The Ultimate 10-Step Blueprint […]
[…] The Millionaire Fastlane Book Summary In Hindi: The Ultimate 10-Step Blueprint […]
[…] The Millionaire Fastlane Book Summary In Hindi: The Ultimate 10-Step Blueprint […]